img

Office Address

123/A, Miranda City Likaoli Prikano, Dope

Phone Number

+0989 7876 9865 9

+(090) 8765 86543 85

“प्रसन्नता का गेयर”

“प्रसन्नता का गेयर” हमेशा अपने हाथ में रखें। वैवाहिक जीवन पर आधारित एक लाईफ स्किल सेशन में स्पिकर ने दर्शकों में उपस्थित एक महिला से पुछा:- “क्या आपके पति आपको खुश रखते हैं”?
इस प्रश्न पर उस महिला का पति बड़ा ही आश्वस्त था। क्योंकि उनका वैवाहिक जीवन काफी सफल था। उसे पता था उसकी पत्नी क्या बोलेगी। क्योंकि पुरी शादीशुदा जिंदगी में उसकी पत्नी ने कभी भी किसी भी बात के लिए कोई शिकायत नहीं की थी।
महिला ने बड़ी ही गंभीर आवाज में जवाब दिया- “नहीं मेरे पति मुझे प्रसन्न नहीं रखते”।
पति बहुत ही चकित था और वहाँ मौजूद बहुत से दूसरे लोग भी।
परन्तु उसकी पत्नी ने बोलना जारी रखा – “मेरे पति ने मुझे कभी खुश नहीं किया और ना ही वे कर सकते हैं,पर फिर भी मैं खुश हूँ”।
मैं खुश हूँ या नहीं यह मेरे पति पर नहीं है, बल्कि मुझ पर निर्भर है। मैं ही एकमात्र व्यक्ति हूँ जिस पर मेरी खुशी निर्भर करती है।
मेरी जिन्दगी की हर परिस्थिति और हर पल में मैं खुश रहना पसंद करती हूँ, क्योंकि अगर मेरी खुशी किसी दूसरे व्यक्ति, किसी वस्तु या किसी हालात पर निर्भर करती है तो यह मुझे पसंद नहीं और इससे मुझे बहुत तकलीफ होती है।
जीवन में जो कुछ भी है वह हर पल बदलता रहता है। व्यक्ति, समृद्धि, पैसा, शरीर, मौसम, ऑफिस में बाॅस, सुख-दु:ख, दोस्त और मेरी शारीरिक व मानसिक अवस्था भी। यह अन्तहीन सूची है और यही हमें प्रभावित करना चाहती है।मुझे खुश रहने का फैसला करना होगा, चाहे जीवन में कुछ भी हो। मेरे पास साड़ियाँ ज्यादा है या कम पर मैं खुश हूँ, चाहे मैं घर में अकेली रहूँ या बाहर घुमने जाऊँ, मैं खुश हूँ चाहे मेरे पास बहुत पैसा हो या नहीं पर मैं खुश हूँ, चाहे टीवी पर मेरा पसन्दीदा सीरियल आ रहा है या क्रिकेट मैच, पर मैं सदा खुश हूँ। मैं शादी-शुदा हूँ पर मैं तब भी खुश थी जब मैं सिंगल थी। मैं अपने स्वयं के लिए खुश हूँ। मैं अपने जीवन को इसलिए प्यार नहीं करती कि वह दुसरों से आसान है, बल्कि इसलिए कि मैंने स्वयं खुश रहने का फैसला किया है।
जब प्रसन्न रहने का दायित्व मैं अपने आप पर लेती हूँ तब मैं अपने पति के कंधों से अपनी देखभाल करने का बोझ हल्का करती हूँ। यह सोच मेरे जीवन को बहुत आसान बनाती है और “यह हर किसी को भी बना सकती है”।
और यही एक मात्र कारण है, हम बहुत सालों से सफल और प्रसन्न वैवाहिक जीवन का आनन्द ले रहे है। क्योंकि मेरी खुशी केवल मुझपर निर्भर है।
अपनी प्रसन्नता का गेयर किसी के हाथ में मत दीजिए। प्रसन्न रहिये, चाहे जीवन में बहुत गर्मी हो या सर्दी या बरसात, चाहे आपके पास बहुत पैसा न हो, चाहे कोई आपको हर्ट करे, आपका दिल दु:खाये।
पति चाहे स्टेयरिंग सिट पर बैठे हों और गाड़ी सपाट रोड पर दौड़ रही हो या ऊबड़ खाबड़ सड़क पर हिचकोले खा रही हो, गियर हमेशा प्रसन्नता मॉड में ही रखें।
आपको कोई प्यार भी नहीं करेगा, कोई भी सम्मान नहीं देगा, जब तक आप स्वयं अपने आप को महत्व नहीं देंगे। इसलिये आपको स्वंय को जानना बहुत जरूरी है, किन्तु अहम से हटकर।
“स्वयं के महत्व” के चक्कर में अपने आपमें अहंकार न आने दो। ये रिश्ते बेश कीमती है, संभालना इन्हें, कहीं आपकी जिद्द के नीचे न दब जाए।
सुप्रभात दोस्तों।
Prev Post

Next Post

Leave a Reply